Sad Shayari | सैड शायरी इन हिंदी | Shayari on Sad | Very Sad Shayari Status | Sad Poetry in urdu with Images download
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Sad Shayari
एक वो था बदल गया, |
एक वो था बदल गया, एक में था बिखर गया, एक वक़्त था गुज़र गया।

अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं, |
अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं, थोड़ा ठहर कर जाने वाले बहुत रुलाते हैं।

टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए, |
टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए, किसी को लग ना जाये इसलिए सबसे दूर हो गए।

मोहब्बत का दर्द दिल में छुपाया बहुत है, |
मोहब्बत का दर्द दिल में छुपाया बहुत है, सच कहुँ उसकी मोहब्बत ने रुलाया बहुत है।

राह-ए-वफ़ा में हमको खुशी की तलास थी, |
राह-ए-वफ़ा में हमको खुशी की तलास थी, दो कदम ही चले थे कि हर कदम पर रो पड़े।

2 Line Sad Shayari
बहुत आसान है दर्द को छुपाना, |
बहुत आसान है दर्द को छुपाना, पर नहीं आसान किसी अपने को भुलाना।

❤️ Watch Heart Touching Shayari ❤️
हादसे इतनी नजाकत से होते गये, |
हादसे इतनी नजाकत से होते गये, हम पुराने और जख्म ताज़ा होते गये।

उसने कहा था आँखें भर के देखा कर मुझे, |
उसने कहा था आँखें भर के देखा कर मुझे, अब आँखें तो भर आती हैं पर वो नहीं दिखते।

ऐ ख़ुदा! |
ऐ ख़ुदा ! बना कर भेज दो एक फरिश्ता, टूटे दिल को जोड़ दे वो आहिस्ता-आहिस्ता।

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दिल छोड़ कर और कुछ माँगा करो हमसे, |
दिल छोड़ कर और कुछ माँगा करो हमसे, हम टूटी हुई चीज़ का तोहफा नही देते है।

Sad Shayari for Girls
इस कदर रिश्तों में मिलावटें छाईं है, |
इस कदर रिश्तों में मिलावटें छाईं है, सुधारने जाती जाता हूँ अगर, उतनी कड़वाहटें पाईं हैं।

जिसकी गलतियों को भुला के मैंने रिश्ता निभाया है, |
जिसकी गलतियों को भुला के मैंने रिश्ता निभाया है, उसी ने मुझे बार बार फालतू होने का एहसास दिलाया है।

आईना आज फिर से रिशवत लेते पकड़ा गया, |
आईना आज फिर से रिशवत लेते पकड़ा गया, दिल में दर्द था और चेहरा हंसता हुआ पकड़ा गया।

❤️ Watch Heart Touching Shayari ❤️
मुश्किलों मे पड़ी ये जिंदगी ने |
मुश्किलों मे पड़ी ये जिंदगी ने आज एक अलग रुख मुड़ा है, जिस पर किया सबसे ज़्यादा भरोसा, उसने ही सबसे पहले तन्हा छोड़ा है।

किसी को भूल कर सो जाना इतना असान नहीं होता, |
किसी को भूल कर सो जाना इतना असान नहीं होता, ये दिल के दर्द हैं जनाब ये दिखाई नहीं देता।

Shayari on Sad Life
हम जरा ख़फा क्या हो गए, |
हम जरा ख़फा क्या हो गए, आप तो बेवफा हो गए।

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तेरे जाने के बाद अक्सर तन्हा बैठ रोया हूं, |
तेरे जाने के बाद अक्सर तन्हा बैठ रोया हूं, ना जाने कब आखिरी बार चैन से सोया हूं।

तनहाई का ये मंज़र चुभता सीने में खंजर, |
तनहाई का ये मंज़र चुभता सीने में खंजर, मिलता अक्सर तेरी बेवफ़ाई का गहरा समन्दर।

वो लड़की थी जो सब कुछ भूल गई एक रोने के बाद, |
वो लड़की थी जो सब कुछ भूल गई एक रोने के बाद, और वो लड़का था जो तड़पता रहा उसे खोने के बाद।

तुमसे वो आखिरी मुलाकात रह गई, |
तुमसे वो आखिरी मुलाकात रह गई, दिल में दबी वो बात रह गई।

सैड शायरी इन हिंदी
चला गया वो हमें छोड़ कर बेगानों की तरह, |
चला गया वो हमें छोड़ कर बेगानों की तरह, जैसे कभी हमे अपना समझा ही नही।

इस मतलब भरी दुनिया में कौन किसी का अपना होता है, |
इस मतलब भरी दुनिया में कौन किसी का अपना होता है, जिस पर करो भरोसा वही सबसे पहले धोखा देता है।

शाम हो रही है अब, |
शाम हो रही है अब, फिर इंतेजार सुबह का होगा, जिंदगी तो ढल रही है, अब इंतेजार मौत का होगा।

जबसे तन्हाई ने हाथ थामा है, |
जबसे तन्हाई ने हाथ थामा है, एक अरसा सा हो गया मुस्कराए हुए।

एक शक्स की ही तो बात है, |
एक शक्स की ही तो बात है, "मौला" पुरी कायनात कीसने मांगी है।

Very Sad Status
लफ़्ज़ों से कहाँ लिखी जाती है ये बेचैनियां मोहब्बत की, |
लफ़्ज़ों से कहाँ लिखी जाती है ये बेचैनियां मोहब्बत की, मैंने तो हर बार तुम्हे दिल की गहराईयो से पुकारा है।

जज़्बात ए शहर में फ़रेब का ठिकाना है, |
जज़्बात ए शहर में फ़रेब का ठिकाना है, वरना अल्फाज़ यू आज बेघर नही होते।

दीवाना हूं मैं उसके लिए इस तरह, |
दीवाना हूं मैं उसके लिए इस तरह, दीवानी है वो किसी और के लिए जिस तरह।

मुद्दातों बाद मिले थे कुछ ख्याल तो करते, |
मुद्दातों बाद मिले थे कुछ ख्याल तो करते, मैं जवाब देने के लिए तैयार था जाना तुम सवाल तो करते।

हाँ मैने छोड़ दिया करना तेरी जिक्र, |
हाँ मैने छोड़ दिया करना तेरी जिक्र, पर सच कहुँ न अब भी करती हूँ तेरी फिक्र।

इश्क का बंटवारा भी बड़ी रजामंदी से हुआ, |
इश्क का बंटवारा भी बड़ी रजामंदी से हुआ, खुशियां सारी उन्होंने बटोरी, दर्द सारे हम ले आए।

जब गैरों पे वो फिदा होने लगा, |
जब गैरों पे वो फिदा होने लगा, धीरे धीरे मुझसे जुदा होने लगा।

तरस गए हैं हम थोड़ी सी वफा के लिए, |
तरस गए हैं हम थोड़ी सी वफा के लिए, अब ये उम्र भी कम पड़ने लगी है इश्क़ में सजा के लिए।

ज़िंदगी मौसम ए पतझड़ सी हो गई है, |
ज़िंदगी मौसम ए पतझड़ सी हो गई है, कोई तो आए मौसम ए बहार लेकर।

ख्वाइश नही अब कुछ भी पाने की, |
ख्वाइश नही अब कुछ भी पाने की, जब जाना ही था तुझे जो जरूरत ही क्या थी मेरी जिंदगी में आने की।

Sad Boys Shayari Images
ज़रा देर क्या हुई मेरे आने में, |
ज़रा देर क्या हुई मेरे आने में, सब्र नहीं किया तूने घर बसाने में।

मुहब्बत तभी करो जब उसे निभा सको, |
मुहब्बत तभी करो जब उसे निभा सको, मजबूरियों का सहारा लेकर किसी को छोड़ना वफादारी नहीं होती।

हमारे आंसू भी हैरान रह जाते है, |
हमारे आंसू भी हैरान रह जाते है, हम रोने की हद तक जा कर लौट आते है।

नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नही, |
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नही, इतनी ही फिक्र है तो फिर हमारे होते क्यों नही।

दिल में बसी यादे किराये सी हो गयी, |
दिल में बसी यादे किराये सी हो गयी, अब तो सांसे भी पराई सी हो गयी, फूल तो है खुशबू हरजाई सी हो गयी।

क्यों सारे हक़ छीन लिए तूने मुझसे, |
क्यों सारे हक़ छीन लिए तूने मुझसे, अरे बड़ी शिद्दत से चाहा था तुझे, क्या शिकायत रह गयी मुझसे।

अकसर गुमसुम रहने वाला नग्मा हूँ मैं, |
अकसर गुमसुम रहने वाला नग्मा हूँ मैं, आपकी यादो में रहने वाला लम्हा हूँ मैं।

अब मैं अपनी जिन्दगी से कोई हसरत क्यों करूँ, |
अब मैं अपनी जिन्दगी से कोई हसरत क्यों करूँ, बेवफाई उसने की है तो गाँव से नफरत क्यों करूँ।

वो चांद सा हर रात चमकता रहा, |
वो चांद सा हर रात चमकता रहा, मैं तारा सा एक रात टूट गया।

जब मिलो किसी से |
जब मिलो किसी से तो जरा दूर का रिश्ता रखना, बहुत तङपाते है अक्सर सीने से लगाने वाले।

वाह !! |
वाह !! तुमने भी आज क्या खास कर दिया, प्यार को हमारे टाइम पास कह दिया।

बाहर से देखो तो लगे जैसे मैं सो रहा था, |
बाहर से देखो तो लगे जैसे मैं सो रहा था, पर अंदर से मैं जानु मैं कितना रो रहा था।

कुछ सपने बुरे वक़्त ने तोड़ दिए, |
कुछ सपने बुरे वक़्त ने तोड़ दिए, और कुछ हमने देखने ही छोड़ दिए।

शिकायत करे भी तो किससे, |
शिकायत करे भी तो किससे, वो सुनने वाले नहीं रहे, घाव दिखाये भी तो किसको वो मलहम लगाने वाले नहीं रहे।

ज़िन्दगी में बहुत लोग है, |
ज़िन्दगी में बहुत लोग है, फिर भी आँखों में नमी है, भीड़ में भी अकेलापन महसूस कर रहा हूँ, शायद आज भी तेरी कमी है।

मेरी सच्चाई तो बस |
मेरी सच्चाई तो बस ऊपर वाला देख रहा है, मेरी सच्चाई भी उसके हवाले और तेरी बेवफाई भी उसके हवाले।

ऐसे न जाओ छोड़कर |
ऐसे न जाओ छोड़कर हम अकेले पड़ जायेंगे, तुम न रहे जिंदगी में तो जीते जी मर जायेंगे।

क्या करूँ इन आँसुओ का बिन बोले बहे जा रहे है, |
क्या करूँ इन आँसुओ का बिन बोले बहे जा रहे है, लगता है आपकी यादों के साथ साथ चले आ रहे है।

सुना रहे थे वो अपने वफ़ादारी के किस्से, |
सुना रहे थे वो अपने वफ़ादारी के किस्से, हम पर नजर पड़ी तो खामोश हो गए।

ज़िन्दगी को टुकड़ो में जी रहा हूँ, |
ज़िन्दगी को टुकड़ो में जी रहा हूँ, कल उसकी मोहब्बत में जीया, आज उसकी यादो में जी रहा हूँ।

जरूरी नहीं जो साथ होते है वो खास होते है, |
जरूरी नहीं जो साथ होते है वो खास होते है, अक्सर जो दूर होते है वही दिल के पास होते है।

किसी को क्या बताये की |
किसी को क्या बताये की कितने मजबूर है हम, एक तुम्ही को चाहा है और तुमसे ही दूर है हम।

हम क्या उम्मीद करते अंजान लोगो से, |
हम क्या उम्मीद करते अंजान लोगो से, जब मुसीबत के समय हमारे अपनों ने ही हमारा साथ छोड़ दिया।

जिंदगी में मिले मुझे जो ज़ख्म है, |
जिंदगी में मिले मुझे जो ज़ख्म है, दिल को उसी बात के बस ग़म है।

अब न खोलो मेरे घर के उदास दरवाज़े, |
अब न खोलो मेरे घर के उदास दरवाज़े, हवा का शोर मेरी उलझनें बढ़ा देता है।

लिखना था कि खुश हैं, |
लिखना था कि खुश हैं, तेरे बगैर भी यहां हम, मगर कमबख्त आंसू हैं कि, कलम से पहले ही चल दिए।

मत खोल मेरी किस्मत की किताब को, |
मत खोल मेरी किस्मत की किताब को, हर उस शख्श ने दिल को दुखाया है जिस पर मुझे नाज़ था।

सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे, |
सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे, खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया।

जिन रिश्तों को आपकी मौजूदगी से परहेज़ होने लगे तो, |
जिन रिश्तों को आपकी मौजूदगी से परहेज़ होने लगे तो, वह से मुस्करा कर चले जाना ही बेहतर होता है।

चलो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर, |
चलो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर, ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं और बयाँ हमसे होगा नहीं।

जब कभी फुर्सत मिले मेरे दिल का बोझ उतार दो, |
जब कभी फुर्सत मिले मेरे दिल का बोझ उतार दो, मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो।

सच कहा था किसी ने अकेले जीना सीख लो, |
सच कहा था किसी ने अकेले जीना सीख लो, मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है।

ये मोहब्बत के हादसे अक्सर |
ये मोहब्बत के हादसे अक्सर दिलों को तोड़ देते हैं, तुम मंजिल की बात करते हो, लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं।

कौन कहता है सिर्फ नफरतो में ही दर्द है, |
कौन कहता है सिर्फ नफरतो में ही दर्द है, कभी कभी बेपनाह मोहब्बत भी बहुत दर्द देती है।

अगर दर्द की जुबान होती तो वो खुद बता देता, |
अगर दर्द की जुबान होती तो वो खुद बता देता, अब भला मैं वो ज़ख्म कैसे दिखाऊं जो दिखते ही नही।

शेरो-शायरी तो दिल बहलाने का ज़रिया है साहब, |
शेरो-शायरी तो दिल बहलाने का ज़रिया है साहब, लफ़्ज़ कागज पर उतारने से महबूब नहीं लौटा करते।

वो जिसे समझते थे जिंदगी, |
वो जिसे समझते थे जिंदगी, मेरी धड़कनों का फरेब था, मुझे मुस्कराना सिखा के, वो मेरी रूह तक रुला गए।

तेरी मोहब्बत से लेकर |
तेरी मोहब्बत से लेकर तेरे अलविदा कहने तक, मैंने सिर्फ तुझे चाहा तुझ से कुछ नहीं चाहा।

क्या अजीब खेल रहा है इस मोहब्बत का भी, |
क्या अजीब खेल रहा है इस मोहब्बत का भी, किसी को हम न मिले और कोई हमें न मिला।

तुम भी कर के देख लो मोहब्बत किसी से, |
तुम भी कर के देख लो मोहब्बत किसी से, जान जाओगे की हम मुस्कुराना क्यों भूल गए।

जख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैं, |
जख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैं, मगर हम जख्मों पे मुस्कुराहटों के पहरे रखते हैं।

करूँगा क्या जो हो गया नाकाम मोहब्बत में, |
करूँगा क्या जो हो गया नाकाम मोहब्बत में, मुझे तो कोई और काम भी नहीं आता इसके सिवा।

उसने महसूस भी न होने दिया, |
उसने महसूस भी न होने दिया, यूँ कहानी का रुख मोड़ दिया, मिलने जुलने में कमी की पहले, फिर हमे तन्हा छोड़ दिया।

मोहब्बत जब सुकून-ए-ज़िन्दगी बर्बाद करती है, |
मोहब्बत जब सुकून-ए-ज़िन्दगी बर्बाद करती है, तो लब खामोश रहते हैं नजर फरियाद करती है।

बहुत कुछ है इस दिल में उन्हें सुनाने के लिए, |
बहुत कुछ है इस दिल में उन्हें सुनाने के लिए, लेकिन वो हैं कि आते ही नहीं हमें मनाने के लिए।

अपने दर्द को मुस्कुरा कर सहना क्या सीख लिया हमनें, |
अपने दर्द को मुस्कुरा कर सहना क्या सीख लिया हमनें, लोगों को लगने लगा कि हमें दर्द ही नहीं होता।

तुम्हारे लिए मिट जाने का हौंसला रखते थे, |
तुम्हारे लिए मिट जाने का हौंसला रखते थे, लेकिन तुम ही मिटा दोगे यह नहीं जानते थे।

अकेले ही गुज़ारनी पड़ती है यह तनहा ज़िन्दगी, |
अकेले ही गुज़ारनी पड़ती है यह तनहा ज़िन्दगी, हौंसला तो सब देते हैं लेकिन साथ कोई नहीं देता।

क्या दुआ मांगू कि वो लौट आएं मेरे पास, |
क्या दुआ मांगू कि वो लौट आएं मेरे पास, क्या वो नहीं जानते कि उनके अलावा कुछ और नहीं मेरी ज़िन्दगी में।

बड़े ही मासूम होते हैं आँख के आँसू, |
बड़े ही मासूम होते हैं आँख के आँसू, सिर्फ उनके लिए ही बहते हैं, जिन्हे इनकी क़दर नहीं होती।

यूं बदलने का अंदाज, |
यूं बदलने का अंदाज, ज़रा हमें भी सीखा दो, जैसे हो गए हो तुम बेवफ़ा , वैसे हमें भी बना दो।

यूं ही ना करो कोई इश्क़ की बात, |
यूं ही ना करो कोई इश्क़ की बात, नज़र भर में हो जाता है और उम्रभर तड़पाता है।

तुझसे दूर हूँ फिर भी दिल के पास हूँ, |
तुझसे दूर हूँ फिर भी दिल के पास हूँ, दिखता तो मैं ख़ुश हूँ लेकिन मन से बहुत उदास हूँ।

अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में, |
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में, क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही मज़ाक किया करते है इस जमाने में।

किसी ने पूछा इतना अच्छा कैसे लिख लेते हो, |
किसी ने पूछा इतना अच्छा कैसे लिख लेते हो, मैंने कहा दिल तोड़ना पड़ता है, लफ़्ज़ों को जोड़ने से पहले।

शक करने से शक बढ़ता है, |
शक करने से शक बढ़ता है, भरोसा करने से भरोसा बढ़ता है, ये आपकी इच्छा है कि आप किस तरफ बढ़ना चाहते हो।

ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है, |
ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है, क्योंकि मेरी बर्बादी में तेरा भी हाथ है।

इस इश्क की किताब से बस दो ही सबक याद हुए, |
इस इश्क की किताब से बस दो ही सबक याद हुए, कुछ तुम जैसे आबाद हुए, कुछ हम जैसे बर्बाद हुए।

हम खुश हैं कम से कम कोई हमारी बात तो करता है, |
हम खुश हैं कम से कम कोई हमारी बात तो करता है, वो बुरा कहता है तो क्या, कम से कम कोई याद तो करता है।

कोई मर नही जाता इश्क-ए-जुदाई में, |
कोई मर नही जाता इश्क-ए-जुदाई में, लेकिन जी भी तो नही पाता है जिंदगी की तन्हाई में।

दो पल को ही सही पर मेरी तन्हाइयो में खो जाओ, |
दो पल को ही सही पर मेरी तन्हाइयो में खो जाओ, मैं तेरा और तुम मेरी दो पल के लिए हो जाओ।

मेरे दिल को तोड़ कर वो किसी और की बाहों में सो गया, |
मेरे दिल को तोड़ कर वो किसी और की बाहों में सो गया, कितनी आसान से वेबफाई का नाम मजबूरी हो गया।

दुआ करना दम भी उसी तरह निकले, |
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले, जिस तरह तेरे दिल से हम निकले।

तुझे दर्द देने का शौक था बहुत, |
तुझे दर्द देने का शौक था बहुत, हमे भी दर्द सहने का शौक था बहुत।

जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ, |
जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ, बहुत जहरीली है तेरी ख़ामोशी मैं पी न जाऊँ कहीँ।

न जाने वो कोन है जो बिन बुलाये आता है, |
न जाने वो कोन है जो बिन बुलाये आता है, मेरे ख्याल से तेरा ख्याल ही होगा जो मुझे सताता है।

झूठ कहूँ तो बहुत कुछ है मेरे पास, |
झूठ कहूँ तो बहुत कुछ है मेरे पास, सच कहूँ तो कुछ नही सिवा तेरे मेरे पास।

उस वेबफा को अपना समझा जिसे हमने इतना प्यार किया, |
उस वेबफा को अपना समझा जिसे हमने इतना प्यार किया, उसने किया हमसे सिर्फ धोखा हमने फिर भी एतवार किया।

चुप रह कर भी कह दिया सब कुछ ये मेरा सलीका था, |
चुप रह कर भी कह दिया सब कुछ ये मेरा सलीका था, और तुम सुनकर भी समझ नही पाए ये उनका प्यार था।

मेरे ख्यालो में सिर्फ तुम हो तुम्हे कैसे भुला दूँ, |
मेरे ख्यालो में सिर्फ तुम हो तुम्हे कैसे भुला दूँ, इस दिल की धड़कन हो सिर्फ तुम, तुम्हे कैसे निकाल दूँ।

अपनी मोहब्बत की बस इतनी कहानी है, |
अपनी मोहब्बत की बस इतनी कहानी है, डूबी हुई कस्ती और ठहरा हुआ पानी है।

कुछ पता नही ये दिल सुधर गया, |
कुछ पता नही ये दिल सुधर गया, या किसी की मोहब्बत में उजड़ गया।

दिल तोड़ने वालो का कुछ नही जाता है, लेकिन |
दिल तोड़ने वालो का कुछ नही जाता है, लेकिन जिसका दिल टूटता है उसका सब कुछ चला जाता है।

जिनके पास जिंदगी में देने के लिये मोहब्बत के सिवा कुछ नही होता है, |
जिनके पास जिंदगी में देने के लिये मोहब्बत के सिवा कुछ नही होता है, उन्हें जिंदगी में दर्द के सिवा कुछ नही मिलता है।

उम्मीद जिनसे थी वही तनहा कर गए, |
उम्मीद जिनसे थी वही तनहा कर गए, आज के बाद किसी से नही कहेंगे की तू मेरा है।

जब किसी की बाते आप के साथ छोटी हो जायें, |
जब किसी की बाते आप के साथ छोटी हो जायें, तो समझ जाओ की वो कहीँ और लम्बी हो रही हैं।

दिमाग पर जोर लगा कर गिनते हो गलतियां मेरी, |
दिमाग पर जोर लगा कर गिनते हो गलतियां मेरी, कभी दिल पर हाथ लगा कर पूछना की कसूर किसका था।

माँगा था थोड़ा सा उजाला जिंदगी में, |
माँगा था थोड़ा सा उजाला जिंदगी में, पर चाहने बालो ने तो आग ही लगा दी।

अपना गम हर किसी से बहुत सोच समझ के बाटना चाहिये, |
अपना गम हर किसी से बहुत सोच समझ के बाटना चाहिये, क्योंकि आज कल लोग हम दर्द कम सिरदर्द ज्यादा होते हैं।

अगर दर्द की जुबान होती तो वो खुद बता देता, |
अगर दर्द की जुबान होती तो वो खुद बता देता, अब भला मैं वो ज़ख्म कैसे दिखाऊं जो दिखते ही नही।

चला गया वो हमें छोड़ कर बेगानों की तरह, |
चला गया वो हमें छोड़ कर बेगानों की तरह, जैसे कभी हमे अपना समझा ही नही।

अंदर से इतना टूट गये है |
अंदर से इतना टूट गये है की अब तुम्हे क्या बतायें, हम खुद से कितना रूठ गये है अब तुम्हे बताये कैसे।

मिली होती है जज़्बातो की चंद बूंदे वरना, |
मिली होती है जज़्बातो की चंद बूंदे वरना, आँसू और पानी मे यूँ कुछ फर्क नही होता।

राज़ उनके बहुत गहरे होते है, |
राज़ उनके बहुत गहरे होते है, अक्सर हस्ते हुए जिनके चेहरे होते है।

उस जलते दीप से उम्मीद ही क्या रखना, |
उस जलते दीप से उम्मीद ही क्या रखना, एक झोंका हवा का आयेगा और वो उसे ले जायगा।

नहीं लिखना मुझे किसी इंसान पर, |
नहीं लिखना मुझे किसी इंसान पर, सब बेवफ़ा हैं मेरी इस किताब पर।

गजब की मिठास है तेरे यादों में, |
गजब की मिठास है तेरे यादों में, जो इन आंखों को इतना भाया है, तभी तो फिर से पलकों पर आंसू आया है।

इल्म नहीं क्या खास हुआ जब से वो निराश हुआ, |
इल्म नहीं क्या खास हुआ जब से वो निराश हुआ, इक दूजे की बातों से वो कड़वाहट का आभास हुआ।

वक्त भी कितना बेरहम है, |
वक्त भी कितना बेरहम है, अच्छा हो तो गुज़र जाता है, बुरा हो तो ठहर जाता है।

मुझे अब किसी कि बात का बुरा नहीं लगता, |
मुझे अब किसी कि बात का बुरा नहीं लगता, क्योकिं अब मुझे कोई अपना नहीं लगता।

बुझ जाऐंगी शमाँऐ तो अब किसे ग़म है, |
बुझ जाऐंगी शमाँऐ तो अब किसे ग़म है, ऐसी भी ज़िन्दगी में कहाँ रोशनी थी।

मेरे अपनो ने भी मुझे |
मेरे अपनो ने भी मुझे इस्तेमाल करके फेका है, मैंने खुदको मरा हुआ होकर भी, सांसे लेते देखा है।

इतने बुरे भी नहीं थे, |
इतने बुरे भी नहीं थे, जितने बना दिए गए हैं, इतने तो जुर्म भी नहीं किए थे, जितने गिना दिए गए हैं।

उनका कहना कि जीना नहीं तेरे बगैर, |
उनका कहना कि जीना नहीं तेरे बगैर, कैसे कहूँ अब वो बेवफा से कि बहाना अच्छा था।

कि बहुतों को ठुकराकर मैंने तुझे अपना बनाया था, |
कि बहुतों को ठुकराकर मैंने तुझे अपना बनाया था, अफसोस हैं मुझे इस बात का कि मैंने तुझसे दिल लगाया था।

मेरी जिन्दगी श्मशान की एक कब्र के समान है, |
मेरी जिन्दगी श्मशान की एक कब्र के समान है, जो अन्दर से बहुत चीखती-चिल्लाती है, पर सुनने वाला कोई नहीं।

ये इश्क.. |
ये इश्क.. दिल की बात कहू बुरा तो नहीं मानोगे, बड़े राहत के दिन थे तेरी पहचान से पहले।

मेरी तकलीफ को सिर्फ मेरा खुदा जानता है, |
मेरी तकलीफ को सिर्फ मेरा खुदा जानता है, लोगो ने तो सिर्फ मेरा मुस्कुराता हुआ चेहरा देखा है।

जिंदा कैसे हूँ जवाब मांगता है, |
जिंदा कैसे हूँ जवाब मांगता है, बेवफ़ा मेरे इश्क़ का हिसाब मांगता है।

जाग-जाग कर रातों में, |
जाग-जाग कर रातों में, तुझे याद किया करते हैं, कुछ इस तरह से हम, अपनी ज़िंदगी बर्बाद किया करते हैं।

आज खुशियाँ तो बहुत आयी थी मिलने मुझसे, |
आज खुशियाँ तो बहुत आयी थी मिलने मुझसे, लेकिन उसके एक गम ने मुझे उदास कर दिया।

सुना है तुम बहुत खुश हो उनके साथ, |
सुना है तुम बहुत खुश हो उनके साथ, चलो आधी अधूरी ही सही रब ने कोई अर्ज़ी तो मंज़ूर की हमारी।

क्या कहें कुछ कहा नहीं जाता, |
क्या कहें कुछ कहा नहीं जाता, अब तो चुप भी रहा नहीं जाता।

उनकी बाँहों में सिमट कर ये आँखे जब भर आई, |
उनकी बाँहों में सिमट कर ये आँखे जब भर आई, वो आखरी मुलाकात आज फिर याद आई।

कभी बरसात हो तो उसका पानी पिके देखना, |
कभी बरसात हो तो उसका पानी पिके देखना, और जनाब कभी मोहब्बत हो तो किसी शायर से उसका हाल पुछके के देखना।

पूछ रही है ये शाम मुझसे |
पूछ रही है ये शाम मुझसे उसके दूर जाने का गम है तुझे, या वो खुश है इस बात का सुकून है तुझे।

ग़मो को तैरते देखा है पानी पे, |
ग़मो को तैरते देखा है पानी पे, कोई दरिया किनारे रो रहा होगा।

गुरुर करे भी तो करे किस पर, |
गुरुर करे भी तो करे किस पर, मरने के बाद अपने लोग भी हाथ धोएंगे हमें छु कर।

मसला ये नहीं हैं कि कोई समझता नहीं हैं, |
मसला ये नहीं हैं कि कोई समझता नहीं हैं, मुद्दा ये हैं कि कोई समझना चाहता ही नहीं हैं।

किसी ने पूछा कि |
किसी ने पूछा कि लिखने का शौक कबसे पाल लिया, मैनें कहा कि कोई सुनने को तैयार ही नहीं था।

बस इतना बता दो |
बस इतना बता दो हर रोज़ मुझे रुला के सुकून मिलता है ना तुम्हें।

रूह से पूछो इश्क़ है या खत्म हो गया, |
रूह से पूछो इश्क़ है या खत्म हो गया, अल्फाज़ तो आज भी झूठ बोलना जानते है।

बांध लिया तसल्ली से सामान |
बांध लिया तसल्ली से सामान फिर लौटकर ना आयेंगे, तुम थे जो वो ना रहे अब तेरा शहर छोड़ जायेगें।

जो आपका है वो बिजी नहीं हो सकता, |
जो आपका है वो बिजी नहीं हो सकता, और जो बिजी है वो आपका नहीं हो सकता।

अब दूर रहना चाहता हूँ |
अब दूर रहना चाहता हूँ लोगो की बातों से, यहाँ हतियार के बिना ही लोग मार देते है अपनी बातों से।

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