Aukat Shayari | औकात शायरी इन हिंदी | Shayari on Aukat | Aukat Shayari for Gf Bf | Akad Shayari Images Download | Quotes
Aukat Shayari In Hindi We are sharing the latest collection of Aukat Ki Shayari with Images. Find the best नई औकात शायरी इन हिंदी Photos, Messages, Quotes, Status, Videos on our blog. Feel free to Download and share them on WhatsApp, Facebook, Instagram.
Aukat Shayari
लोग बातों ही बातों में |
लोग बातों ही बातों में हालात पूछ लेते हैं, कितना कमा लेते हो कहकर, औकात पूछ लेते हैं।

बेवजह ही नहीं होती आंखों से बरसात, |
बेवजह ही नहीं होती आंखों से बरसात, दौलत ने पूछी होगी दिलवालों की औकात।

कुछ लोग इस तरह जीने का सलीका सिखाते है, |
कुछ लोग इस तरह जीने का सलीका सिखाते है, औकात में रहूं इसीलिए औकात दिखाते है।

मालूम है मुझे मेरी औक़ात, |
मालूम है मुझे मेरी औक़ात, हर बार क्यों दिखाते हो, छोड़ना है तो छोड़ ही जाओ न, यूँ हर बार क्यों सताते हो।

वो छोड़ के गए तो एक सबक सीखा गए, |
वो छोड़ के गए तो एक सबक सीखा गए, अबके कोई आये तो उसे औकात में रखा जाए।

Aukat Shayari 2 Line
जो इन्तिकाम लेने उतरूँ मैं, |
जो इन्तिकाम लेने उतरूँ मैं, तो अपनी कलम से तेरी औकात बता दूं।

❤️ Watch Heart Touching Shayari ❤️
औकात तो उनकी मुंह लगाने की भी ना थी, |
औकात तो उनकी मुंह लगाने की भी ना थी, हम तो उनसे दिल लगा बैठे थे।

औकात जो नाप रहे हो ज़ुबान की धार से, |
औकात जो नाप रहे हो ज़ुबान की धार से, ज़रा ख़ुद में झाँक लो ज़मीर के दीदार से।

चाँद तारों पर पहुंचने का क्यों गुमां करता है तू ए इंसान, |
चाँद तारों पर पहुंचने का क्यों गुमां करता है तू ए इंसान, मत भूल कभी के दो मुठ्ठी रेत से ज्यादा तेरी औकात नहीं।

यह भी पढ़े :-
कोशिशे लाख आजमाई तुम्हारा साथ निभाने में, |
कोशिशे लाख आजमाई तुम्हारा साथ निभाने में, एक पल भी न लगा तुम्हे औकात दिखाने में।

Aukat Shayari for Gf
चलो हकीक़त से थोड़ी मुलाक़ात करते हैं, |
चलो हकीक़त से थोड़ी मुलाक़ात करते हैं, जितनी औकात बस उतनी ही बात करते हैं।

मुझ से मिलने मेरी औकात आई है, |
मुझ से मिलने मेरी औकात आई है, मकान कच्चा है और बरसात आई है।

मुझे मेरी ही नजरो में गिरा कर चली गई, |
मुझे मेरी ही नजरो में गिरा कर चली गई, वो आईना बन कर आई थी, मुझे मेरी औकात दिखा कर चली गई।

❤️ Watch Heart Touching Shayari ❤️
फिर हुआ यूं के घड़ी खोल के रख दी हमने, |
फिर हुआ यूं के घड़ी खोल के रख दी हमने, वक्त हर शख़्स की औकात बताये जा रहा था।

मेरे औकात से बड़े मेरे सपने है, |
मेरे औकात से बड़े मेरे सपने है, और मेरे ही खिलाफ खड़े आज मेरे अपने है।

Shayari on Aukat
मैं मोहब्बत में ऐसे अल्फ़ाज़ लिख देता हूँ, |
मैं मोहब्बत में ऐसे अल्फ़ाज़ लिख देता हूँ, कलम उठा के उस बेवफा की औकात लिख देता हूं।

यह भी पढ़े :-
चीर दूंगा मेरे जख्मी पैरों से इन लंबे रास्तों को, |
चीर दूंगा मेरे जख्मी पैरों से इन लंबे रास्तों को, वक्त मेरा बताएगा औकात इन हसीन चेहरों को।

किसी ने पूछा था मुझसे |
किसी ने पूछा था मुझसे कमा कितना लेते हो, बस जेब या पेट नहीं, औकात भर का कमा लेता हूं।

मुझे लगता था कि इस मोहब्बत के शहर में, |
मुझे लगता था कि इस मोहब्बत के शहर में, मैं बहुत अमीर हुँ, पर आज तेरे कारण मुझे मेरी औकात का पता चल गयी।

कुछ लोग कहते हैं , |
कुछ लोग कहते हैं , मेरे सपने मेरी औकात से बड़े है, और वही लोग मेरे खिलाफ खड़े है।

Aukat Status in hindi
ख़्वाहिश तो मेरी भी होती है तुम्हें अपना बनाने की, |
ख़्वाहिश तो मेरी भी होती है तुम्हें अपना बनाने की, मग़र तुम्हारे दीवार की ईंट भी मेरी औकात से ऊपर है।

किसी की क्या औकात बिगाड़ सके कुछ हमारा, |
किसी की क्या औकात बिगाड़ सके कुछ हमारा, हमने तो अपना दामन खुद ही जला रखा है।

औकात मेरी हमेशा तेरे पैरों तक ही रही, |
औकात मेरी हमेशा तेरे पैरों तक ही रही, कोशिशें की मगर दिल तक न पहुंचे हम।

पैसा बहुत था पर वो अपनी औक़ात खो बैठा, |
पैसा बहुत था पर वो अपनी औक़ात खो बैठा, अमीरी के फेर में जब पिता का साथ खो बैठा।

मैंने अपना ठिकाना नहीं बदला, |
मैंने अपना ठिकाना नहीं बदला, आज भी अपनी औकात में रहता हूँ।

औकात शायरी इन हिंदी
कहना चाहो तो कह लो तुम काफ़िर मुझे, |
कहना चाहो तो कह लो तुम काफ़िर मुझे, मैंने औकात से बाहर जाकर प्यार किया है।

औकात पे आ जाते हैं, |
औकात पे आ जाते हैं, जब हम औकात की बात करते हैं।

तेरी अकड़ देख ली मैंने, |
तेरी अकड़ देख ली मैंने, क्या ही बड़ी बात है, कुछ तो छूट मेरी दी है, वरना तेरी क्या औकात है।

जूते फटे पहने आसमां पर पहुंचने चले थे, |
जूते फटे पहने आसमां पर पहुंचने चले थे, सपने हमेशा हमारे औकात से बड़े थे।

आँखें भी अक्सर अपनी औकात भूल जाती है, |
आँखें भी अक्सर अपनी औकात भूल जाती है, खुद है दो पर सपने हजार लिए चली आती है।

गलती मेरी है तुझे इतनी अहमियत दे दी, |
गलती मेरी है तुझे इतनी अहमियत दे दी, तुझे तो औकात दिखाने वाला आईना देना चाहिए था।

कभी जात कभी समाज तो कभी औकात ने लुटा, |
कभी जात कभी समाज तो कभी औकात ने लुटा, इश्क़ किसी बदनसीब गरीब की आबरू हो जैसे।

चीज़ों से पहचान हो रही है आदमी की, |
चीज़ों से पहचान हो रही है आदमी की, औकात अब हमारी बज़ार रहा है।

किसी का भला कितना ही कर लो, |
किसी का भला कितना ही कर लो, आखिर में वो अपनी औकात दिखा देता है।

झूठ इसलिए बिक जाता है, |
झूठ इसलिए बिक जाता है, सच को खरीदने की सबकी औकात नहीं होती।

कितनी भी शिद्दत से निभा लो रिश्तें, |
कितनी भी शिद्दत से निभा लो रिश्तें, लोग औकात दिखा ही जाते है।

जरा संभल कर, |
जरा संभल कर, कहीं तुम्हारी औकात तुम्हे, और नीचे न गिरा दे।

अपनी आँखों से लड़ कर जो हमने दिन रात देखा था, |
अपनी आँखों से लड़ कर जो हमने दिन रात देखा था, ऐसा औकात से बढ़ कर हम ने इक ख़्वाब देखा था।

आँखों से कहो औकात में रहे जनाब, |
आँखों से कहो औकात में रहे जनाब, बिना मुझसे पूछे पढ़ लेती है रूह मेरी।

तेरी औकात ही क्या है मेरे इस दिल में बसने की, |
तेरी औकात ही क्या है मेरे इस दिल में बसने की, हम तो शायरी से लोगों की रुह में बस जाते हैं।

We hope you have enjoyed our collection of Shayari on Aukat with images. If so share these photos on Whatsapp, Facebook, Instagram.