Chand Shayari | चाँद पर शायरी इन हिंदी | Shayari on Chand | Moon Quotes in hindi | Gulzar Ghalib Chand par Shayari Images
Chand Shayari In Hindi We are sharing the latest collection of Moon ki Shayari with Images. Find the best नई चाँद पर शायरी इन हिंदी Photos, Messages, Quotes, Status, Videos on our blog. Feel free to Download and share them on WhatsApp, Facebook, Instagram.
Chand Shayari
न तारे न चाँद न उनका आसमां चाहिए, |
न तारे न चाँद न उनका आसमां चाहिए, मुझको तो बस मेरी मोहब्बत की सलामती चाहिए।

चाहते तो हम भी उसे एक ज़माने से थे, |
चाहते तो हम भी उसे एक ज़माने से थे, मगर चाँद कब इंसानों का हुआ है।

पलके झुकाके कुछ नज़ाकत के साथ यूं शरमाते हैं, |
पलके झुकाके कुछ नज़ाकत के साथ यूं शरमाते हैं, जब वो प्यार से हमें अपना चाँद बुलाते हैं।

ये शांति भरी रात का सन्नाटा, |
ये शांति भरी रात का सन्नाटा, और इस चाँद की चांदनी , सुकून देती है इस दिल को।

ये चाँद रोज आता है, |
ये चाँद रोज आता है, और मेरी यादो की जख्मो को खुरेदकर चला जाता है।

चाँद पर शायरी इन हिंदी
बिखरे हुए लम्हें अब हम ना समेट पाएंगे, |
बिखरे हुए लम्हें अब हम ना समेट पाएंगे, चाँद चला गया आसमां से, सितारें कब तक ठहर पाएंगे।

❤️ Watch Heart Touching Shayari ❤️
तुम भी बिलकुल उस चाँद की तरह हो, |
तुम भी बिलकुल उस चाँद की तरह हो, खूबसूरत भी हो और बहुत दूर भी हो।

ऐ चाँद बड़े उदास लगते हो, |
ऐ चाँद बड़े उदास लगते हो, कुछ खो गया है, या किसी का इंतजार कर रहे हो।

मत कर गुरूर तू ऐ चाँद अपनी इस खूबसूरती पर, |
मत कर गुरूर तू ऐ चाँद अपनी इस खूबसूरती पर, देख,आज भी तू अकेला है इतनी ऊंचाईयो पर।

यह भी पढ़े :-
मैं बादल बन जाऊँ, |
मैं बादल बन जाऊँ, तुम चाँद बन जाना, तुम्हारा नूर कोई चुरा ना ले, तुम मुझमें कहीं छुप जाना।

Shayari on Moon
वो चाँद तो हमेशा से खामोश रहा है , |
वो चाँद तो हमेशा से खामोश रहा है , शोर तो सितारों ने टूटकर मचाया है।

चाँद से बाते करता है, |
चाँद से बाते करता है, अपने चाँद की बाते करता है, ये पगला आशिक, रातभर चाँद पाने के तरीके सोचा करता है।

वो दिन के चन्द लम्हें तक तो ठीक से दे ना पाता है, |
वो दिन के चन्द लम्हें तक तो ठीक से दे ना पाता है, और बातें चाँद तक साथ चलने की कहता जाता है।

❤️ Watch Heart Touching Shayari ❤️
इश्क़ रातो से था, |
इश्क़ रातो से था, और हम दिन के हो बैठे, थोड़ी सी धूप के लिए, हम चाँद को खो बैठे।

उसके चेहरे की चमक के सामने सादा लगा, |
उसके चेहरे की चमक के सामने सादा लगा, आसंमा पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा।

Chand Quotes
खोया हुआ है आजकल सितारों की महफिल में, |
खोया हुआ है आजकल सितारों की महफिल में, मेरा चाँद मुझसे बेवफाई कर बैठा है।

यह भी पढ़े :-
चाँद ने भी आज संगीत का दामन थामा है, |
चाँद ने भी आज संगीत का दामन थामा है, यकीनन आज उसका भी दिल टूटा होगा।

बड़ा मगरुर रहता है, |
बड़ा मगरुर रहता है, खुद पे गुरुर रखता है, वो चाँद है जनाब, फलक से जमीन पर कहर बरसाता है।

चाँद से बातें तुम्हारी हर रोज करते हैं, |
चाँद से बातें तुम्हारी हर रोज करते हैं, देखो दूर होकर भी हम कितने पास रहते हैं।

ऐ चाँद चला जा क्यो आया है मेरी चौखट पर, |
ऐ चाँद चला जा क्यो आया है मेरी चौखट पर, छोड गये वो शख्स जिसकी याद मे हम तुझे देखा करते थे।

चाँद सितारे शायरी
चाँद नहीं आया तो क्या हुआ धीरे धीरे उसका सुरूर आ रहा है |
चाँद नहीं आया तो क्या हुआ धीरे धीरे उसका सुरूर आ रहा है तुम नहीं हो तो क्या हुआ तुम्हारी यादों से चेहरे पर नूर आ रहा है।

आसमाँ का वो चाँद भी खुद को ग्रहण लगा बैठा, |
आसमाँ का वो चाँद भी खुद को ग्रहण लगा बैठा, लगता है मेरे ज़मीन के चाँद से वो भी नजरे मिला बैठा।

मुमकिन है दाग़ हो, |
मुमकिन है दाग़ हो, चाँद बनने की ख़्वाहिश जो थी।

हर ख्वाइस पूरी हो हर दुआ कबूल हो, |
हर ख्वाइस पूरी हो हर दुआ कबूल हो, तुम्हारी चाँद से चेहरे पे हमेशा मुस्कान हो।

मैं अपने चाँद का चांद हूं, |
मैं अपने चाँद का चांद हूं, ख़ूबसूरत तो इतना नहीं पर बेदाग एक अहसास हूं।

Urdu Poetry on Moon
मोहब्बत ने मांग की थी सितारों की, |
मोहब्बत ने मांग की थी सितारों की, हमने उन्हें आइने में चाँददिखा दिया।

खुद को जला रखता है रौशन सूरज जहां सारा, |
खुद को जला रखता है रौशन सूरज जहां सारा, लेकिन तब भी मोहब्बत लोग चाँद से करते हैं।

जो तु समझे तो, |
जो तु समझे तो, चमकते चाँद का सितारा हु मैं, जो ना समझे तो अवारा हु मैं।

ना चाँद का ख्वाब है, |
ना चाँद का ख्वाब है, ना सितारों की चाहत है, जिंदगी की उडान के लिये तो, खूला आसमान ही काफी है।

एक चाँद आसमान में है,जो दूर हो के भी दिखता है, |
एक चाँद आसमान में है,जो दूर हो के भी दिखता है, एक ज़मीन पर,जो पास हो के भी हमसे रूठा हुआ है।

Shayari on Chand
क्या करूँ मैं शिकायत भला इस चाँद की, |
क्या करूँ मैं शिकायत भला इस चाँद की, इस चाँद से ज्यादा इंतज़ार तो, तुम करवाते हो।

तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ, |
तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ, और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है।

तलब सबको है चाँद निहारने की, |
तलब सबको है चाँद निहारने की, जरुरते कहती है सुबह बनी रहे।

ऐ चाँद तू भी क्या खूब सितम ढाता है, |
ऐ चाँद तू भी क्या खूब सितम ढाता है, मुझे उसका और उसे किसी और का अक्स दिखाता है।

इश्क़ करना है तो रात की तरह करो, |
इश्क़ करना है तो रात की तरह करो, जिससे चाँद भी क़ुबूल और उसके दाग भी क़ुबूल।

2 Line Chand Status
उतरी हो मेरे दिल मे एक हसीन चाँद सी, |
उतरी हो मेरे दिल मे एक हसीन चाँद सी, बस कोई देखे तो तुझे मेरी नजर से।

वो चाँद है तो क्या हुआ जनाब, |
वो चाँद है तो क्या हुआ जनाब, हम भी दरिया की तरह उनके अक्स को जहन में उतार लेंगे।

वो चाँद को देखती रही हम उसे देखते रहे, |
वो चाँद को देखती रही हम उसे देखते रहे, गली के सब लोग बस हमें देखते रहे।

जैसे चाँद और तारों के एक दूसरे के पास होने का आभास होता है, |
जैसे चाँद और तारों के एक दूसरे के पास होने का आभास होता है, बस कुछ वैसा ही किस्सा है हम दोनों का भी।

ख़ुशनशीबी है हमारी चाँद के साथ बात होती है, |
ख़ुशनशीबी है हमारी चाँद के साथ बात होती है, बदनसीबी है हमारी चाँद के बिना रात होती है।

मत पूछ मेरे जागने की वजह ऐ चाँद, |
मत पूछ मेरे जागने की वजह ऐ चाँद, तेरा ही हमशक्ल है जो सोने नही देता।

चाँद के साज़ पर रोशनी गीत गाते हुए आ रही है, |
चाँद के साज़ पर रोशनी गीत गाते हुए आ रही है, तेरी ज़ुल्फ़ों से छनकर वो देखो चांदनी नूर बरसा रही है।

आसमाँ से चाँद लापता हैं, |
आसमाँ से चाँद लापता हैं, और मेरी आँखों से नींद।

आज-कल ये शहर अंजान हो चला है, |
आज-कल ये शहर अंजान हो चला है, लगता है की चाँद को दाग हो चला है।

चाँद से ऐतबार करूँ, |
चाँद से ऐतबार करूँ, चाँद से इकरार करूँ, चाँद का इज़हार करूँ, चाँद से ही प्यार करूँ, एक चाँद ही तो हैं जिसका मैं इन्तजार करूँ।

इतना खूबसूरत इत्तेफाक़ था, |
इतना खूबसूरत इत्तेफाक़ था, रात अमावस्या की थी और चाँद मेरे पास था।

ये रातें भी मुझे अब उन रातों सी नहीं लगतीं, |
ये रातें भी मुझे अब उन रातों सी नहीं लगतीं, ना सितारे होते हैं ना पास मेरा चाँद होता है।

इस रात की आदत भी कुछ मेरे मेहबूब जैसी है, |
इस रात की आदत भी कुछ मेरे मेहबूब जैसी है, सुबह होते ही ये अपने चाँद को भूल जाता है।

है ये कशिश कैसी, |
है ये कशिश कैसी, कैसे वो नूर साथ ले लूँ, एक रात के लिए चाँद, क्यूँ ना उधार ले लूँ।

ओढ़ ली है चाँद ने आज बादलो की चादर, |
आज जो इस अकेलेपन का एहसास हुआ खुद को, तो समहाल नहीं पाया अपने इन आसुओं को।

We hope you enjoy our collection of Chaand Shayari with Images. If so share these photos on Whatsapp, Facebook, Instagram.