Relationship Shayari
सुनो जो तुमको तुम्हारे हर रूप में पसंद करता है,
बस एक वही इंसान तुमसे सच्चा प्यार करता है,
देकर ज़ख़्म हज़ार आख़िर में प्यार भरा मरहम करता है,
वो मोहब्बत नहीं तुम पर खा कर तरस एहसान करता है।
तबाही की बड़ी ख़्वाहिश थी,
तभी तो दिल लगा बैठे थे,
ज़रा भी इल्म ना था उनके इन इरादों का,
बंजर जमीं से हरियाली की आस लगा बैठे थे।
हम्हे किसी के तन्हा दिल का दर्द बना दो,
किसी अकेले का हमदर्द बना दो,
नहीं कर सकते हो कुछ अगर,
तो बस मेरे नाम की एक कब्र यहाँ बना दो।
तरस रहा है यहाँ कोई बहुत किसी से मिलने के लिए,
नहीं मिल रहा है यहाँ किसी को खाना पेट भरने के लिए,
वक़्त ने जो जम कर अपना ये चाबुक चलाया है,
बुढ़ा-जवाँ, अमीर-ग़रीब सब पर ही कहर बरसाया है,
वो कहते थे की हम दौलतमंद है और हमें किसी से अब क्या डरना,
उस खुदा ने हर किसी को उसकी औक़ात का पता दिखाया है।
Relationship Shayari in Hindi
मैं जो हूँ मुझे वैसे ही रहने दे और हवा के जैसे बहने दे,
तन्हा सा मुसाफिर हूँ मुझे तन्हा ही अब तू रहने दे।
लहजे बदल जाएंगे सम्हाल कर रखना,
अपने साथ होंगे वक्त कमाल का रखना,
गुजरे हुए लम्हों की नुमाईश करना है यहाँ बेकार,
आने वाले वक्त में तुम अपने रिश्ते सम्हालकर रखना।
शिकायतें करे वो खुद से किसका कब तक साथ रहा है,
जरूरतों में चलता रहा वो आखिर में खुद पर ही विश्वास रहा है।
वक्त आने दो वो सब कुछ भी भुला देंगे,
वो गुजरी बातें और सारे वादे तुमको भी रुला देंगे,
झूठा प्यार मीठी और बात हंसी उसकी चुरा लेंगे,
नवाजिश करके उसकी वो अश्कों से भिगा ही देंगे,
छिपाकर झूठ दिखाकर प्यार आंखों में सजा ही लेंगे,
मिला जो तुमसे बेहतर कोई तो तुम्हे ठोकर मार गिरा ही देंगे।
इल्म नहीं क्या खास हुआ जब से वो निराश हुआ है,
इक दूजे की बातों से वो कड़वाहट का आभास हुआ है।
अगर बात बिगड़े गैरों से कोई हर्ज़ नहीं,
लेकिन, अगर रिश्ते उलझे अपनों से,
इससे, बड़ी फ़िक्र और कोई नहीं,
क्यूंकि, दिखावा मुमकिन नहीं अपनों से,
चलो अब बयां कर दें दिल की वो सब बातें,
समझता नहीं कोई अब हम कैसे भी चाहें।