Garibi Shayari In Hindi We are sharing the latest collection of Garibi Ki Shayari with Images. Find the best नई गरीबी शायरी इन हिंदी Photos, Messages, Quotes, Status, Videos on our blog. Feel free to Download and share them on WhatsApp, Facebook, Instagram.
Garibi Shayari
राहों में कांटे थे फिर भी वो चलना सीख गया, |
राहों में कांटे थे फिर भी वो चलना सीख गया, वो गरीब का बच्चा था हर दर्द में जीना सीख गया।
साथ सभी ने छोड़ दिया, |
साथ सभी ने छोड़ दिया, लेकिन ऐ-गरीबी, तू इतनी वफ़ादार कैसे निकली।
घर में चुल्हा जल सकें इसलिए कड़ी धूप में जलते देखा है, |
घर में चुल्हा जल सकें इसलिए कड़ी धूप में जलते देखा है, हाँ मैंने ग़रीब की साँसों को भी गुब्बारों में बिक़ते देखा है।
गरीबी की भी क्या खूब हँसी उड़ायी जाती है, |
गरीबी की भी क्या खूब हँसी उड़ायी जाती है, एक रोटी देकर 100 तस्वीर खिंचवाई जाती है।
थोड़े से लिबास में ख़ुश रहने का हुनर रखते हैं, |
थोड़े से लिबास में ख़ुश रहने का हुनर रखते हैं, हम गरीब हैं साहब, अलमारी में तो खुद को कैद करते हैं।
गरीबी शायरी इन हिंदी
खुले आसमां के नीचे सोकर भी अच्छे सपने पा लेते है, |
खुले आसमां के नीचे सोकर भी अच्छे सपने पा लेते है, हम गरीब है साहेब थोड़े सब्जी में भी 4 रोटी खा लेते है।
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रजाई की रूत गरीबी के आँगन दस्तक देती है, |
रजाई की रूत गरीबी के आँगन दस्तक देती है, जेब गर्म रखने वाले ठंड से नही मरते।
हर गरीब की थाली में खाना है, |
हर गरीब की थाली में खाना है, अरे हाँ ! लगता है यह चुनाव का आना है।
कतार बड़ी लम्बी थी, |
कतार बड़ी लम्बी थी, के सुबह से रात हो गयी, ये दो वक़्त की रोटी आज फिर मेरा अधूरा ख्वाब हो गयी।
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रोज़ शाम मैदान में बैठ ये कहतें हुए एक बच्चा रोता है, |
रोज़ शाम मैदान में बैठ ये कहतें हुए एक बच्चा रोता है, हम गरीब है इसलिए हम गरीब का कोई दोस्त नही होता है।
Poverty Shayari
एक ज़िंदगी सड़कों पर, |
एक ज़िंदगी सड़कों पर, एक महलों में बसर करती है, कोई बेफिक्र सोता है कहीं मुश्किल से गुज़र होती है।
यूँ गरीब कहकर खुद की तौहीन ना कर, |
यूँ गरीब कहकर खुद की तौहीन ना कर, ए बंदे गरीब तो वो लोग है जिनके पास ईमान नहीं है।
बात मरने की भी हो तो कोई तौर नहीं देखता, |
बात मरने की भी हो तो कोई तौर नहीं देखता, गरीब, गरीबी के सिवा कोई दौर नहीं देखता।
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मैं कई चूल्हे की आग से भूखा उठा हूँ, |
मैं कई चूल्हे की आग से भूखा उठा हूँ, ऐ रोटी अपना पता बता, तू जहाँ बर्बाद होती हैं।
ठहर जाओ भीड़ बहुत है, |
ठहर जाओ भीड़ बहुत है, तुम गरीब हो कुचल दिए जाओगे।
Shayari on Garibi
मेरे हिस्से की रोटी सीधा मुझे दे दे ऐ खुदा, |
मेरे हिस्से की रोटी सीधा मुझे दे दे ऐ खुदा, तेरे बंदे तो बड़ा ज़लील करके देते हैं।
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ग़रीब सियासत का सबसे पसंदीदा खिलौना है, |
ग़रीब सियासत का सबसे पसंदीदा खिलौना है, उसे हर बार मुद्दा बनाया जाता है हुकूमत के लिए।
खाली पेट सोने का दर्द क्या होता मुझे नही पता, |
खाली पेट सोने का दर्द क्या होता मुझे नही पता, ना जाने जूठन खा के वो बच्चे कैसे बड़े हो जाते।
वो तो कहो मौत सबको आती है वरना, |
वो तो कहो मौत सबको आती है वरना, अमीर लोग कहते गरीब था इसलिए मर गया।
कभी निराशा कभी प्यास है कभी भूख उपवास, |
कभी निराशा कभी प्यास है कभी भूख उपवास, कुछ सपनें भी फुटपाथों पे पलते लेकर आस।
Garibi Status
गरीबी लड़तीं रही रात भर सर्द हवाओं से, |
गरीबी लड़तीं रही रात भर सर्द हवाओं से, अमीरी बोली वाह क्या मौसम आया है।
गरीबी का आलम कुछ इस कदर छाया है, |
गरीबी का आलम कुछ इस कदर छाया है, आज अपना ही दूर होता नजर आया है।
कभी जात कभी समाज तो कभी औकात ने लुटा, |
कभी जात कभी समाज तो कभी औकात ने लुटा, इश्क़ किसी बदनसीब गरीब की आबरू हो जैसे।
जो छिप गए थे चंद रोज़ की ज़िंदगी कमाने, |
जो छिप गए थे चंद रोज़ की ज़िंदगी कमाने, मौत ने ढूँढ लिया उनको मुफ़्लिसी के बहाने।
अजीब सा जादुई नशा होता है गरीब की कमाई में, |
अजीब सा जादुई नशा होता है गरीब की कमाई में, जिसकी रोटी खाकर पथरीले रास्तों पर भी सुकून की नींद आ जाती है।
Garib Shayari
बिना किसी गाने के |
बिना किसी गाने के रेल के इंजन की धुन पर नाचते हैं, पटरी किनारे बस्ती में बच्चे अब भी मुस्कराना जानते हैं।
नये कपड़े, मिठाईयाँ गरीब कहाँ लेते है, |
नये कपड़े, मिठाईयाँ गरीब कहाँ लेते है, तालाब में चाँद देखकर ईद मना लेते है।
अमीरी पीना सिखाती है, |
अमीरी पीना सिखाती है, गरीबी जीना सिखाती है, कभी घाव हो जाए,तो कविता सीना सिखाती है।
बना के ताजमहल एक दौलतमंद आशिक ने गरीबों की मोहब्बत का तमाशा कर दिया। |
बना के ताजमहल एक दौलतमंद आशिक ने गरीबों की मोहब्बत का तमाशा कर दिया।
अच्छा हुआ जो गरीबी ने संभल के खर्चना सिखाया था, |
अच्छा हुआ जो गरीबी ने संभल के खर्चना सिखाया था, वर्ना आज उसके जाने पे बे-फ़िज़ूल ही आँसू बह जाते।
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